ये स्त्री रोग से संबंधी बीमारी की स्थिति है, जिसमें गर्भाशय की अंदर की परत की कोशिकाएं गर्भाशय की मांसपेशियों में बढ़ने लग जाती हैं।
आमतौर पर 25 से 45 उम्र की महिलाओं में देखने को मिलती है और इसके लक्षणों में भारी मासिक धर्म, गंभीर पेट दर्द, सूजन और थकान हो सकते हैं।
२ ) एडेनोमायोसिस और फर्टिलिटी के बीच संबंध?
ये महिला की प्रजनन क्षमता को असर कर सकता है। यह स्थिति गर्भाशय की संरचना को बदल भी सकती है, जिससे की शुक्राणु और अंडाणु के मिलने की प्रक्रिया, भ्रूण का प्रत्यारोपण (implantation) और गर्भावस्था को बनाए रखने में परेशानी हो सकती है। इसके कारण गर्भधारण में देरी या बार-बार गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है।
३) एडेनोमायोसिस के प्रमुख कारण क्या होते है ?
एडेनोमायोसिस के प्रमुख कारण निचे बताया गया है ,जो की इस प्रकार से है - गर्भाशय की दीवार असमान का होना - गर्भाशय में सूजन और छोटे घाव
- हार्मोनल का असंतुलन होना
- रक्त के प्रवाह में भी रुकावट
४) क्या Adenomyosis के साथ प्रेग्नेंसी संभव है?
हां, Adenomyosis के साथ प्रेग्नेंसी संभव है, पर Adenomyosis फर्टिलिटी को असर कर सकता है, ये जरूरी नहीं है कि , हर महिला को गर्भधारण में समस्या आए। कई महिलाएं इस स्थिति के बाद में भी गर्भवती हो जाती हैं। कुछ में IVF की जरुरत हो सकती है.
५) adenomyosis के कारण गर्भधारण में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर क्या उपचार करते है ?
- 1. हार्मोनल का उपचार:
जो अस्थायी रूप से हार्मोन का स्तर घटाकर गर्भाशय को "आराम" देते हैं। इससे गर्भावस्था के लिए उपयुक्त स्थिति बनाई जा सकती है।
2. IVF
जिन महिलाओं में कुछ प्रयासों से गर्भधारण नहीं हो रहा है, उनके लिए IVF एक विकल्प है , IVF के साथ प्रेग्नेंसी की संभावना adenomyosis की गंभीरता पर निर्भर करती है।
3. सर्जरी (अगर ज्यादा गंभीर हो)
कुछ मामलों में adenomyosis को हटाने के लिए सर्जरी की जरुरत होती है, जिसे adenomyomectomy कहते हैं।
६) प्रेग्नेंसी के दौरान क्या सावधानियां रखना चाहिए?
Adenomyosis के साथ गर्भवती महिला को ज्यादा सावधानियां की आवश्यकता होती है: - डेली अल्ट्रासाउंड और डॉक्टर की निगरानी में
- समय-समय पर खून की टेस्ट
- डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाओं और सप्लीमेंट्स का सेवन
सफल प्रेग्नेंसी की कहानियां
कई महिलाएं जो adenomyosis से पीड़ित थीं, उन्होंने उचित इलाज, IVF या नेचुरल प्रयासों से सफलतापूर्वक प्रेग्नेंसी प्राप्त की है। डॉक्टर की सलाह और सही उपचार योजना इस स्थिति में सबसे बड़ी मदद होती है।