pancreatic cancer ka homeopathy me ilaaj
अग्नाशय कैंसर का कारण ,लक्षण ,निदान और उपचार?
१) अग्नाशय कैंसर क्या है?
अग्नाशय कैंसर जब होता है जब अग्न्याशय में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाती है और ये घातक ट्यूमर बनती हैं। सबसे आम प्रकार अग्नाशयी नलिका एडेनोकार्सिनोमा है, जो पाचन एंजाइमों को ले जाने वाली नलिकाओं में उत्पन्न होता है।
कम आम तौर पर, कैंसर हार्मोन-उत्पादक कोशिकाओं में विकसित हो सकता है, जिसे अग्नाशयी न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के रूप में जाना जाता है।
२) पैंक्रियास कैंसर होने के कारण और जोखिम कारक क्या है?
अग्नाशय के कैंसर का सटीक कारण पूरी तरह से पता नहीं है, कई जोखिम कारकों से पहचान की गई है जैसे की ,
- धूम्रपान : तम्बाकू का उपयोग जोखिम को काफी हद तक बढ़ा सकता है और इसे सबसे मजबूत परिवर्तनीय कारकों में से एक माना जाता है
.
- आयु : ६० के उम्र के साथ जोखिम बढ़ता है,
- पारिवारिक इतिहास : पारिवारिक इतिहास से भी जोखिम का खतरा बढ़ सकता है।
-मधुमेह : वृद्ध वयस्कों में हाल ही में निदान किया गया मधुमेह एक अंतर्निहित अग्नाशयी समस्या का संकेत दे सकता है।
- मोटापा और खराब आहार : ज्यादा चर्बी , कम फाइबर वाला आहार और मोटापा जोखिम का कारण बन जाता है.
३) अग्नाशय कैंसर होने के क्या लक्षण होते है?
अग्नाशय कैंसरहोने के लक्षण निचे बताये गए अनुसार हो सकते है। जैसे की ,
- पेट या पीठ में दर्द का होना
- वजन का घट जाना
- भूख में कमी लगना
- पीलिया
- मतली और उल्टी
- थकान
४ ) अग्नाशय कैंसर के निदान करने के लिए डॉक्टर क्या क्या टेस्ट करते है ?
अग्नाशय कैंसर का निदान करने के लिए डॉक्टर कुछ जाँच का सहारा लेते है , जैसे की ,
- इमेजिंग परीक्षण : सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड अग्न्याशय को देखने में काफी मदद कर सकता है।
- बायोप्सी : इमेजिंग द्वारा निर्देशित सुई के जरिये से ऊतक का नमूना लिया जा सकता है।
- खून की जाँच
- आनुवंशिक परीक्षण : पारिवारिक इतिहास वाले रोगियों के लिए इसकी अनुशंसा की जा सकती है।
५) अग्नाशय कैंसर के लिए क्या सावधानी रखना चाहिए ?
अग्नाशय कैंसर के लिए हमें कुछ सावधानी बर्तना चाहिए जैसे की ,
- 1. धूम्रपान से दुरी : अग्नाशय कैंसर का एक प्रमुख कारण है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने की कोशिश करना चाहिए।
-2. स्वस्थ वजन बनाए रखें : अधिक वजन या मोटापा अग्नाशय कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसके लिए नियमित व्यायाम करें।
-3. स्वस्थ आहार लें : स्वस्थ आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन शामिल होना चाहिए।
- 4. शराब का सेवन कम करें : शराब का ज्यादा सेवन अग्नाशय कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए शराब का सेवन न करें।
-5. नियमित जांच करवाएं : यदि आप उच्च जोखिम वाले समूह में हैं, तो नियमित जांच करवाएं।